Main temple is situated in deshnok town of bikaner.
बीकानेर के देशनोक कसबे में माता जी का मंदिर स्थित हे.
Its is believed that Jodhpur and bikaner kingdoms are established by the grass of godess.
जोधपुर और बीकानेर राज्यों की स्थापना माताजी के आशीर्वाद से ही मानी जाती हे.
Her childhood name is Ridhhibai. Her aunt was unhappy after girl child birth. So when she touched her forehead, aunt's two fingers joined with each other. from then it was declared that these girl would do something in her life. And named as "karni"
इनके बचपन का नाम रिध्हिबाई हे कन्या जनम से नाखुश बुआ ने जब उनके माथे पर हाथ लगाया तो उनकी उंगलिया जुड़ गयी, तब से ही ये नाम प्रसिद्द हुआ की ये कन्या कुछ करके दिखयेगि. अत इनका नाम करनी पड़ा
The last building was built by Gangasinh Maharaja of Bikaner.
इसका अंतिम निर्माण बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने करवाया था.
Mataji is considered as kul devi of bikaner's rathor and charans.
यह बीकानेर के राठोड़ो की और चरण जाती की कुल देवी मानी जाती हे.
Mataji is famously known as godess of rats.
माताजी चूहों की देवी के नाम से प्रसिद्द हे
Rats here are known as "Kaba". Chran people consider these rats as their Ancestor
इस मंदिर के चूहे काबा कहलाते हे. चरण जाती के लोग इन चूहों को अपने पूर्वज मानते हे।